
ना मै हिन्दू,न मुस्लिम और ना मै राजस्थानी हूँ ,
मैं तो हूँ इक प्रेम की बोली,बस main हिन्दुस्तानी हूँ ,
कुर्सी से नहीं रिश्ता कोई और ना सत्ता से नाता,
मंच पिता है , श्रोता भाई, सरस्वती मेरी माता
जो इंसां में फ़र्क़ करे वो धर्म नहीं मेरा भाई ,
ज़ात - पात और नफ़रत की मैं खोद सकूंगी न खाई,
इसीलिए जो भी बोलूंगी, प्रेम की वोह होगी बोली,
नहीं उठेगी दर से मेरे नफ़रत की इक भी डोली,
मंदिर - मस्जिद तुम्हें मुबारक ,हमें आदमी है प्यारा,
भारत माँ का इक इक ज़र्रा ,हमें जान से है प्यारा ,
आज यहाँ पर यही दुआएं तुमको देने आई हूँ,
भारत माँ की जानिब से इक वादा लेने आई हूँ ,
अगर देश से प्यार है तुमको,साथ मेरा देना जमकर,
और भले कुछ कर या मत कर, प्यार कभी भी मत कम कर,
आओ मिलकर प्यार से बोलें ये एलान हमारा है,
हम सब है बस हिन्दुस्तानी,हिन्दुस्तान हमारा है
Happy Indepedence day
हम सब हैं हिन्दुस्तानी...उम्द रचना.
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं हार्दिक अभिनन्दन!!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDeleteस्वतन्त्रता की 65वीं वर्षगाँठ पर बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
bahut hee sundar
ReplyDeletehyaa bahn apake blog par aakar achchaa lagaa or siikhne ko bhi bahut mila hai svtntrtaa divas mubark ho or zimmedari ise bachaane ki bhi hmari hi hai isliyen aaj ke haalaton se hm desh ko bchaayen is baare me bhi koi yojna tyyar karen..akhtar khan akela kota rajasthan
ReplyDeleteस्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं और ढेर सारी बधाईयां
ReplyDeleteबहुत ख़ूब !!
ReplyDeleteयौम ए आज़ादी मुबारक हो आप को भी
अगर देश से प्यार है तुमको,साथ मेरा देना जमकर,
ReplyDeleteऔर भले कुछ कर या मत कर, प्यार कभी भी मत कम कर,
आओ मिलकर प्यार से बोलें ये एलान हमारा है,
हम सब है बस हिन्दुस्तानी,हिन्दुस्तान हमारा है
वाह वाह वाह
लता जी, गीत की हर लाइन...हर अल्फ़ाज़ समूचे देश के लिए ज़रूरी पैग़ाम दे रहा है...जिसकी आज बड़ी ज़रूरत है...
योमे-आज़ादी की मुबारकबाद.
बहुत सुंदर गीत सुंदर पैगाम के साथ.
ReplyDeleteस्वतन्त्रता दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ.
सबको अभिनन्दन।
ReplyDelete" umda rachana , aapko bhi swatantrata diwas ki dhero shubhkamnaye "
ReplyDeletehttp://eksacchai.blogspot.com/2011/08/blog-post_10.html
हम सब है बस हिन्दुस्तानी,हिन्दुस्तान हमारा है
ReplyDeleteसुन्दर रचना, बहुत सार्थक प्रस्तुति
ReplyDelete, स्वाधीनता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
मेरे ब्लॉग पर भी पधारने का कष्ट करें .
स्वतंत्रता दिवस की शुभकानाएं
ReplyDeleteअगर देश से प्यार है तुमको,साथ मेरा देना जमकर,
और भले कुछ कर या मत कर, प्यार कभी भी मत कम कर
इस अनुपम रचना के लिए बधाई स्वीकारें
नीरज
काश ! यही ज़ज्बा उस मल्लाह में भी होता जो हमारी नाव को खेने का वादा करके हमें रोज़ थोड़ा-थोड़ा डुबो रहा है.
ReplyDeleteआप जैसे लोग हैं जो हिम्मत बंधाने का काम करते हैं ........आपको नमन ! ! !
स्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनाएं |
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनाएं
ReplyDelete~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~
ReplyDeleteलता हया जी
सादर सस्नेहाभिवादन !
लिखती तो आप हमेशा ही अच्छा हैं
ना मै हिन्दू , ना मुस्लिम और ना मै राजस्थानी हूं ,
मैं तो हूं इक प्रेम की बोली , बस मैं हिन्दुस्तानी हूं ,
वाह ! बहुत सुंदर ! साधुवाद !
समय निकाल कर कभी कहीं किसी का मान बढ़ाने , मन रखने के लिए भी आया-जाया कीजिए …
रक्षाबंधन एवं स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ
-राजेन्द्र स्वर्णकार
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स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!!
ReplyDeleteआओ मिलकर प्यार से बोलें ये एलान हमारा है,
ReplyDeleteहम सब है बस हिन्दुस्तानी,हिन्दुस्तान हमारा है
bahut hi pyara ellan hai......
मंदिर - मस्जिद तुम्हें मुबारक ,हमें आदमी है प्यारा,
ReplyDeletebahut sahi baat kahi hai, shubhaanallaah.....
hamesha ki tarah shaandaar rachana.......lata.
ReplyDeleteकुर्सी से नहीं रिश्ता कोई और ना सत्ता से नाता,
ReplyDeleteमंच पिता है , श्रोता भाई, सरस्वती मेरी माता
deshprem or manviy mooloyn se sarabor rachna par bandhai swikaren
आओ हम सब बोले जम कर हिंदुस्तान हमारा है । बहुत सुंदर हया जी । यही जज्बा हम सब के दिल में कायम हो ।
ReplyDeleteसुंदर गीत व भाव।प्रेम और भाईचारा तो हमारी आत्मा में रचा-बसा है। यही सच्ची भारतीय संस्कृति और भारतीय सभ्यता है।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर , सार्थक प्रस्तुति,आभार.
ReplyDeleteकृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारने का कष्ट करें .
mam its great,,,
ReplyDeletehats off to u 4 this creation
jai hind jai bharat
लता जी, अभिवादन।
ReplyDeleteआपने मेरी पीड़ा को अपनी कविता में जगह दी, धन्यवाद।
एवं इतनी सुन्दर रचना के लिये अनेकानेक बधाई।
अच्छा ख्याल
ReplyDeleteबहुत ही अच्छा लिखा है आपने लताजी | बधाई
ReplyDeleteTamasha-E-Zindagi
Tamashaezindagi FB Page
लता जी अगर आपको याद होगा शायद की मैं सुरु से ही आपका प्रशंशक रहा हूँ.
ReplyDeleteलेकिन बस यूँ ही एक दिन यू tube पर आपकी कई नज़में सुनते सुनते ये मिल गया
लता जी अगर आपको याद होगा शायद की मैं सुरु से ही आपका प्रशंशक रहा हूँ.
लेकिन बस यूँ ही एक दिन यू tube पर आपकी कई नज़में सुनते सुनते ये मिल गया
https://www.youtube.com/watch?v=R3PXepxeW6I
बस ये कहना था की आपसे ऐसी उम्मीद न थी की चाँद तालियों के वास्ते आप सद्दाम और लादेन की तारीफ कर बैठेगी. शर्म ... खैर इतना ही कहना था. बस ये कहना था की आपसे ऐसी उम्मीद न थी की चाँद तालियों के वास्ते आप सद्दाम और लादेन की तारीफ कर बैठेगी. शर्म ... खैर इतना ही कहना था.
Nice
DeleteBahut khoob mam
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