tag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post1849793465811133396..comments2023-09-12T15:37:33.113+05:30Comments on ' हया ': पस्ती -ऐ -इंसांलता 'हया'http://www.blogger.com/profile/10512517381147885252noreply@blogger.comBlogger28125tag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-52229212625441034302010-03-03T11:14:42.049+05:302010-03-03T11:14:42.049+05:30BAHOOT KHOOB WALI BAAT HAI JI.......
PAR DARD KO ...BAHOOT KHOOB WALI BAAT HAI JI.......<br /><br />PAR DARD KO DEKH KAR KAHA NAHI JA RAHA HAI,,,,,,kunwarji'shttps://www.blogger.com/profile/03572872489845150206noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-12076483123720409372010-03-02T01:33:43.008+05:302010-03-02T01:33:43.008+05:30मोहतरमा लता हया साहिबा, आदाब
होली की बहुत बहुत शुभ...मोहतरमा लता हया साहिबा, आदाब<br />होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं...शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद''https://www.blogger.com/profile/09169582610976061788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-35817973274404118172010-02-28T09:37:32.768+05:302010-02-28T09:37:32.768+05:30इस बार रंग लगाना तो.. ऐसा रंग लगाना.. के ताउम्र ना...इस बार रंग लगाना तो.. ऐसा रंग लगाना.. के ताउम्र ना छूटे.. <br />ना हिन्दू पहिचाना जाये ना मुसलमाँ.. ऐसा रंग लगाना..<br />लहू का रंग तो अन्दर ही रह जाता है.. जब तक पहचाना जाये सड़कों पे बह जाता है..<br />कोई बाहर का पक्का रंग लगाना..<br />के बस इंसां पहचाना जाये.. ना हिन्दू पहचाना जाये..<br />ना मुसलमाँ पहचाना जाये.. बस इंसां पहचाना जाये..<br />इस बार.. ऐसा रंग लगाना...<br />(और आज पहली बार ब्लॉग पर बुला रहा हूँ.. शायद आपकी भी टांग खींची हो मैंने होली में..)<br /><br />होली की उतनी शुभ कामनाएं जितनी मैंने और आपने मिलके भी ना बांटी हों...दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-48891508057281534072010-02-27T20:31:54.269+05:302010-02-27T20:31:54.269+05:30आपकी "हया" कमाल की है..लताजी हमने तो बस ...आपकी "हया" कमाल की है..लताजी हमने तो बस इसी लफ्ज़ को अपना मूलमंत्र मान लिया है..<br /><br />तेरी ज़ालिम अदाओं ने मुझे हर बार मारा है..<br />कभी थोड़ी "हया" से तो कभी बेबाक मारा है..<br />मेरे आंसू तेरी आँखों के शीतल नाज़ बन जाते,<br />मगर उनको तेरी नफरत ने तो बिंदास मारा है..!CSKhttps://www.blogger.com/profile/11244921459601473587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-37969707269973202622010-02-24T12:27:21.234+05:302010-02-24T12:27:21.234+05:30वाह वाह
मजा आ गया दोस्त बेहतरीन गजलवाह वाह<br />मजा आ गया दोस्त बेहतरीन गजलPushpendra Singh "Pushp"https://www.blogger.com/profile/14685130265985651633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-29700827780698792692010-02-23T17:17:58.623+05:302010-02-23T17:17:58.623+05:30आज के हालात पर आपकी सच्ची और जायज सोच को बयाँ करता...आज के हालात पर आपकी सच्ची और जायज सोच को बयाँ करता हुआ और "खून,चीखें .... एलक्शन आ गया" के बाद आपका ये कहना "कैसे कहूँ बी-लेटेड हैप्पी वेलनटाईन डे?" तो मानो 'पस्ती-ऐ-इंसां' की प्रतिमूर्ति बनकर सामने खड़ा है.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-10898945415419254462010-02-22T22:53:48.989+05:302010-02-22T22:53:48.989+05:30आपके अन्दर एक सच्चे इन्सान का दिल है। तभी तो ऐसे व...आपके अन्दर एक सच्चे इन्सान का दिल है। तभी तो ऐसे वाकआत देख सुनकर आपकी कलम चुप नहीं रहती। आपका कलाम इन्सानियत की जिस पक्षधरता और सरोकार की ओर इशारा करता है, उसे देखकर आपको और आपके कलाम को सलाम करने को जी करता है। हया जी, बहुत खूब लिखती हैं आप।सुभाष नीरवhttps://www.blogger.com/profile/06327767362864234960noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-54125831310515916762010-02-21T00:16:34.145+05:302010-02-21T00:16:34.145+05:30बेहतरीन !लाज़वाब!!बेहतरीन !लाज़वाब!!Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-4997049083119113002010-02-20T12:16:06.955+05:302010-02-20T12:16:06.955+05:30जहां जहां मुझे इन्सां दिखाई देता है
न जाने क्यूँ व...जहां जहां मुझे इन्सां दिखाई देता है<br />न जाने क्यूँ वो परिशां दिखाई देता है-<br />hum bhi unhi insanon me shamil hain didi.ye daur hi aisa hai kya karen.Dr. kavita 'kiran' (poetess)https://www.blogger.com/profile/10137044674020780363noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-76540446408352815842010-02-19T21:55:03.026+05:302010-02-19T21:55:03.026+05:30जहां जहां मुझे इन्सां ...
उरूज पर है बहुत अब तो ....जहां जहां मुझे इन्सां ...<br /><br />उरूज पर है बहुत अब तो ...<br /><br />उड़ा रहा था यही तो ...<br />बेहतरीन अशआर।तिलक राज कपूरhttps://www.blogger.com/profile/03900942218081084081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-58436683639069260812010-02-19T09:38:28.331+05:302010-02-19T09:38:28.331+05:30जहां जहां मुझे इन्सां दिखाई देता है
न जाने क्यूँ व...जहां जहां मुझे इन्सां दिखाई देता है<br />न जाने क्यूँ वो परिशां दिखाई देता है<br /><br />उरूज पर है बहुत अब तो पस्ती -ऐ -इंसां<br />गुनाह करके भी नाज़ां दिखाई देता है<br /><br />lata साहेबा ,आप का आना इतने दिनों बाद हुआ वो भी ऐसे हालात और तकलीफदेह जज़्बात के साथ, पूरी ग़ज़ल ही खूबसूरत है लेकिन ये दो शेर तो दिल को छू जाते हैं इंसान की पस्ती के साथ उरूज का इस्तेमाल आप की शयेराना सलाहियतों की अक्कासी करता है .<br />ये कैसा गुलशन -ऐ -दुनिया में इन्कलाब आया<br />के जो चमन है वो वीरां दिखाई देता है<br />ये शेर भी इंसानियत का दर्द बयान करने में कामयाब है .इस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-55076395879071920122010-02-19T07:26:57.802+05:302010-02-19T07:26:57.802+05:30उरूज पर है बहुत अब तो पस्ती -ऐ -इंसां
गुनाह करके भ...उरूज पर है बहुत अब तो पस्ती -ऐ -इंसां<br />गुनाह करके भी नाज़ां दिखाई देता है<br /><br />कभी जफ़ाओं का शिकवा नहीं किया मैंने<br />वो बेसबब ही पशेमां दिखाई देता है<br /><br />लाजवाब है.अमिताभ मीतhttps://www.blogger.com/profile/06968972033134794094noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-69122333657873933372010-02-18T05:58:05.570+05:302010-02-18T05:58:05.570+05:30आदरणीया दीदी, देर से ही सही.. दर्द में ही सही.. मग...आदरणीया दीदी, देर से ही सही.. दर्द में ही सही.. मगर आपकी ये संवेदना की नींद खोल देने वाली ग़ज़ल तो पढ़ने को मिली... उम्मीद है कि आपको 'अनुभूतियाँ' मिल गई होगी..<br />जय हिंद... जय बुंदेलखंड...दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-36784216446164268722010-02-17T11:43:29.007+05:302010-02-17T11:43:29.007+05:30लता जी कहते हैं इंतज़ार का फल मीठा...ये बात आज आपक...लता जी कहते हैं इंतज़ार का फल मीठा...ये बात आज आपके ब्लॉग पर आने पर पता चली...यूँ हम रोज़ आते और खाली हाथ लौट जाते थे आपके ब्लॉग से लेकिन आज आपने झोली भर दी...खूबसूरत ग़ज़ल पढने को मिली....एक बार फिर आपकी लेखनी की ताकत से रूबरू हुए...आप के ज़ज्बे को सलाम किया..और दिल ही दिल में ढेरों दुआएं दीं...लिखती रहो ऐसे ही...हमेशा...<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-67625469009785807662010-02-17T09:39:20.129+05:302010-02-17T09:39:20.129+05:30aankhein kholne ke liye kaafi hai aapki ye rachna....aankhein kholne ke liye kaafi hai aapki ye rachna...<br /><br />bahut he umdaa....सुरेन्द्र "मुल्हिद"https://www.blogger.com/profile/00509168515861229579noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-87248632653002156112010-02-16T23:42:07.700+05:302010-02-16T23:42:07.700+05:30Idher kaafi dino se aapki koi post nahi mili....so...Idher kaafi dino se aapki koi post nahi mili....soch hi rahe they ki kisi din mail kar haal chaal le lein.....hamne thoda alas kiya aur aapki post pahuch gai.....Sach bole haya ji to ham ise padh kar bahut dukhi hue....aapke shabko ke sach ne dil ko dukh diya.....Lekin yahi mahaul hai desh ka...aaye din kuch na kuch....ham in sab se door bhaag jana chahte haiप्रियाhttps://www.blogger.com/profile/04663779807108466146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-85301998964171473242010-02-16T22:58:20.241+05:302010-02-16T22:58:20.241+05:30मुझे दुआओं की सौगात सौपने वाले
तेरा ज़मीर दरकशां द...मुझे दुआओं की सौगात सौपने वाले<br />तेरा ज़मीर दरकशां दिखाई देता है<br />हया जी यह शे'र मुझे खासा परेशान कर रहा है ... वेसे तो पूरी ग़ज़ल ही मुकम्मल है मगर इस शे'र आगे ठिठका सा पा रहा हूँ खुद को ... कमाल की ग़ज़ल कही आपने ...<br />बधाई कुबूलें...<br /><br /><br />अर्श"अर्श"https://www.blogger.com/profile/15590107613659588862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-51275557369337863762010-02-16T22:02:53.500+05:302010-02-16T22:02:53.500+05:30हर-हर बम-बम!
जय बम भोले!!हर-हर बम-बम!<br />जय बम भोले!!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-33296017230506998412010-02-16T21:29:57.935+05:302010-02-16T21:29:57.935+05:30बहुत खूबसूरत लफ़्ज़ों में.... लाजवाब ग़ज़ल...बहुत खूबसूरत लफ़्ज़ों में.... लाजवाब ग़ज़ल...डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-38525476261043830822010-02-16T20:58:29.173+05:302010-02-16T20:58:29.173+05:30मुझे दुआओं की सौगात सौपने वाले
तेरा ज़मीर दरकशां द...मुझे दुआओं की सौगात सौपने वाले<br />तेरा ज़मीर दरकशां दिखाई देता है<br /><br />bahut achcha sher ........<br /><br />ये इन्तहा -ऐ-जुनूं है की राहे मंजिल में<br />खुद अपना साया निगेहबां दिखाई देता है<br />bahut hi umda baat .....<br /><br />bahut achchi gazal kahi hai aapne<br />mahoul bahut khraab ho gaya hai .....pata nahi kab aman hogaश्रद्धा जैनhttps://www.blogger.com/profile/08270461634249850554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-15445798074616129052010-02-16T19:34:36.823+05:302010-02-16T19:34:36.823+05:30ये इन्तहा -ऐ-जुनूं है की राहे मंजिल में
खुद अपना स...ये इन्तहा -ऐ-जुनूं है की राहे मंजिल में<br />खुद अपना साया निगेहबां दिखाई देता है<br /><br /><br />-बहुत उम्दा गज़ल रही. दिल की गहराईयों में उतरती.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-79963892035460309032010-02-16T18:38:04.427+05:302010-02-16T18:38:04.427+05:30chaliye blog aapko yad to aaya........
jo hua bahu...chaliye blog aapko yad to aaya........<br />jo hua bahut dardnaak raha ........ kab tak ye chalega ye ek sawal hai.......<br />aapkeehar sher gahara arth liya hai .......Apanatvahttps://www.blogger.com/profile/07788229863280826201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-80032391651858954402010-02-16T16:04:17.138+05:302010-02-16T16:04:17.138+05:30क्या कहा जाय....कुछ लोगों को सुकून दहशत पहुंचा ही ...क्या कहा जाय....कुछ लोगों को सुकून दहशत पहुंचा ही मिलता है...खून की होली खेले इनके रात और दिन रंगीन नहीं होते...<br /><br />सचमुच आपने बहुत इतंजार करवाया अपने पाठकों को,पर आपकी व्यस्तता समझी जा सकती है...<br /><br />हमेशा की तरह मन को छूती सहलाती और झकझोरती अति सुन्दर रचना...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-69478928311478737892010-02-16T14:57:43.785+05:302010-02-16T14:57:43.785+05:30मुझे दुआओं की सौगात सौपने वाले
तेरा ज़मीर दरकशां द...मुझे दुआओं की सौगात सौपने वाले<br />तेरा ज़मीर दरकशां दिखाई देता है<br /><br />बहुत सटीक लिखा है और बहुत मार्मिक भी. मेरा मन तो बहुत खिन्न है इस वक़्त भी क्योंकि एक ही घर के जो दो बच्चे वहां मरे हैं, उन बच्चों के पिता मिस्टर धर और मेरे पति एक ही कम्पनी में काम करते हैं,वो अंकलेश्वर में पोस्टेड हैं और हम यहाँ दिल्ली मेंरचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5040614699257331156.post-77083078407064426542010-02-16T14:08:20.262+05:302010-02-16T14:08:20.262+05:30उरूज पर है बहुत अब तो पस्ती -ऐ -इंसां
गुनाह करके ...<b>उरूज पर है बहुत अब तो पस्ती -ऐ -इंसां <br />गुनाह करके भी नाज़ां दिखाई देता है<br /><br />कभी जफ़ाओं का शिकवा नहीं किया मैंने <br />वो बेसबब ही पशेमां दिखाई देता है</b><br /><br />बहुत ख़ूब....! लाज़वाब....!!कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.com